Six including five foreigners arrested in fraud case

चंडीगढ़ की महिला डॉक्टर से लाखों की धोखाधड़ी मामले में पांच विदेशी समेत छह गिरफ्तार

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Six including five foreigners arrested in fraud case

Six including five foreigners arrested in fraud case : चंडीगढ़। इंटरनेट की दुनिया में किसी से कहीं भी कोई भी अटैच हो जाता है और फिर शुरू होता है साइबर क्राइम (cyber crime) का वो खेल जिसकी कप्लना भी नहीं की जा सकती। ऐसा ही मामला प्रकाश में आया। यहां चंडीगढ़ में एक महिला डॉक्टर के साथ ऐसा ही कुछ हुआ। साइबर क्राइम (cyber crime) के इस खेल में महिला डॉक्टर से करीब 48 लाख रूपए ठग लिए गए। फिलहाल, चंडीगढ़ पुलिस ने इस ठगी को अंजाम देने वाले 5 विदेशी समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस ने जिला अदालत में पेश किया अदालत ने आरोपी महिला समेत चार आरोपियों को न्यायकि हिरासत में भेज दिया है। जबकि पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत दो आरोपियों को रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस ने और भी मामलों को लेकर कई अहम जानकारियां हासिल करनी है। आरोपियों की पहचान केली, जोशवा, प्रिंस, पॉस्कल, क्रिश के रूप में हुई है। वहीं आरोपी केली इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड बताया गया। इसके अलावा आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। जो कि दिल्ली की बताई जाती है। यह महिला आरोपियों में एक की पत्नी है। आरोपी महिला आरोपियों की मां का रोल निभा रही थी। यह मां बनकर किसी व्यक्ति को भरोसे में उतारती थी और इमोशनल ड्रामा करती थी।साइबर क्राइम एसपी केतन बंसल (SP Ketan Bansal) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि, दिल्ली-एनसीआर में रेड कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए एक स्पेशल टीम गठित की गई थी। साइबर क्राइम एसपी के अनुसार, आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ इनके पास से 25 फोन, 2 लैपटॉप, 3 मॉडम और एक लैंडलाइन फोन की जब्त किया गया है।
 

मुंबई में कस्टम विभाग ने पकड़ लिया पैसे भेजो : फर्जी डाक्टर

महिला डॉक्टर के मुताबिक, इसी जनवरी महीने में फेक डॉक्टर ने उससे मुंबई एयरपोर्ट पहुंचने की बात कही। फेक डॉक्टर ने कहा कि, वह मुंबई एयरपोर्ट पर है। और उसके पास 2,80000 यूरो का डिमांड ड्राफ्ट है। जिसके चलते उसे कस्टम विभाग ने रोक लिया है। और छोड़ नहीं रहे हैं। उसे कस्टम चार्ज देना होगा। महिला डॉक्टर ने बताया कि, इसी बीच उसे एक मोबाइल नंबर से एयरपोर्ट स्टाफ के रूप में कॉल भी आई। जिसमें उसे चार्जेज पे करने को कहा गया। जहां इस बीच फेक डॉ क्रिस्टोफर के लिए उसने 47,22,600 रूपए अलग-अलग एकाउंट्स में कई किस्तों में ट्रांसफर किए। इसके लिए उसे लोन भी लेना पड़ा। हालांकि, पैसे जाने के बाद उसे पता चला कि उसके साथ बड़ी ठगी हो गई है। आरोपी केली ने उसे नकली डॉ क्रिस्टोफर बनकर ठग लिया है।आरोपी क्रिस का काम था जो भी सारे पैसे आते थे। खाते प्रोवाइड करवाता था।  पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया आरोपी क्रिस पहले जेल भी रह चुका है। आरोपी प्रिंस और पास्कल (accused Prince and Pascal) और आरोपी महिला के घर पर रेड के दौरान पुलिस ने  मोबाइल फोन बरामद किए। उन्होंने फोन तोडऩे की  कोशिश भी की थी। पुलिस के मुताबिक प्रिंस और पास्कल एनडीपीएस के मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में रह चुके हैं। जो कि हाल ही में बेल पर बाहर आए थे। पुलिस ने मामले में कुल 25 मोबाइल फोन दो लैपटॉप, तीन मॉडम और एक लैंडलाइन फोन बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी मास्टरमाइंड कैली को आरोपी क्रिस ने 35 लाख के करीब दिए थे। 5 लाख आरोपी महिला को जो की मां का रोल निभा रही थी। और 30 लाख के करीब कैली ने अपनी पत्नी को विदेश में ट्रांसफर किए थे। और 10 लाख के करीब क्रिस ने बाकी पैसे बैंक खाते जो प्रोवाइड करवाए गए थे, उसमें ट्रांसफर किए।

डेटिंग ऐप पर ठगते थे लोगों को 

चंडीगढ़ साइबर क्राइम (cyber crime) एसपी केतन बंसल (SP Ketan Bansal) ने बताया कि, आरोपी डेटिंग ऐप पर लोगों को ठगते थे। ये डेटिंग ऐप पर अपनी गलत जानकारी देते थे। और इसके बाद किसी व्यक्ति के साथ चैटिंग कर उसे अपनी बातों में फंसाकर उसे ठग लेते थे। जहां चंडीगढ़ की महिला डॉक्टर के साथ भी ऐसा ही हुआ। महिला डॉक्टर ने जनवरी महीने में अपने साथ ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला डॉक्टर ने शिकायत देते हुए बताया था कि, उसकी डेटिंग ऐप पर फेक डॉ क्रिस्टोफर नाम के एक डॉक्टर से मुलाकात हुई थी। डॉ क्रिस्टोफर (Dr Christopher) ने बताया था कि वह नीदरलैंड में काम करता है। इधर डेटिंग ऐप पर दोनों की यह मुलाकात धीरे-धीरे नजदीकियों में बदल गई। दोनों में व्हाटसऐप पर बातें होने लगीं और इस दौरान दोनों में उनकी शादी और भविष्य को लेकर प्लानिंग भी हुई।

वीजा खत्म होने के बावजूद भी भारत में रह रहे थे आरोपी

पास्कल को छोड़ 4 आरोपी वीजा अवधि खत्म होने के बावजूद भारत में रह रहे थे। कैली से पूछताछ के आधार पर रेड कर क्रिस को पकड़ा गया। उसने फर्जीवाड़े की रकम इकट्ठा करने के लिए बैंक खाते बनवाए थे।

सक्रियता से काम रही चंडीगढ़ साइबर पुलिस

बतादें कि, चंडीगढ पुलिस के आला अधिकारियों के दिशानिर्देशों के चलते चंडीगढ़ साइबर सेल पुलिस ने थाना साइबर सेल प्रभारी इंस्पेक्टर रंजीत सिंह (Inspector Ranjit Singh) की देखरेख में जनवरी 2023 में ही 6 के करीब महत्वपूर्ण मामलों को सुलझाया है। यह महिला डॉक्टर का मामला भी जो सुलझाया गया। इसमें भी इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने सक्रियता से काम किया। टीम में एएसआई गुलाब सिंह, एएसआई जोगिंदर, कांस्टेबल विकास दहिया, कांस्टेबल ओमवीर, कांस्टेबल मनदीप, महिला कॉन्स्टेबल रीना, महिला सब इंस्पेक्टर प्रतिभा, कॉन्स्टेबल दिनेश, कॉन्स्टेबल अमर खोखर जैसे पुलिसकर्मी शामिल रहे।

 

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